धीरे-धीरे चलना होगा
गिरकर भी संभलना होगा
जीवन के इस राह में यारों
गमों से भी मिलना होगा
बिछड़े हैं जो आज भी हमसे
कल उनसे भी मिलना होगा
गम मिले या खुशियाँ हमको
फूलों जैसा हँसना होगा
जब तक सांस है बाकी
यादों में ही जलना होगा
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