मुझको कलेजे से लगाए...

मुझको कलेजे से लगाए कोई
जिन्दगी में आप-सा आए कोई

बुझ सके न जो उमर भर के लिए
शम्मा-ए-इश्क ऐसी जलाए कोई

वादा करता हूँ हर खुशी दूंगा
मगर शर्त है वफा निभाए कोई

दिल में है जो वही चेहरे पे हो
हकीकत से रू-ब-रू कराए कोई

मेरी तमन्ना तो है यही
अपने दिल में मुझे बसाए कोई
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